tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post3467474048678398135..comments2024-03-19T21:21:13.952+05:30Comments on चौथाखंभा: हत्यारी पुलिस, खामोश मीडिया और बढ़ता नक्सलबादArun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-57912098545924987352010-11-19T09:05:48.525+05:302010-11-19T09:05:48.525+05:30यह तो वाहन चालक था जिसकी लडाई कोई लडेगा भी नही शाय...यह तो वाहन चालक था जिसकी लडाई कोई लडेगा भी नही शायद । आंध्र प्रदेश में युवा पत्रकार हेमचंद्र को भी नक्सलाईट दिखाकर मार डाला गया । दोष बस इता सा था वामपंथ की ओर रुझान । पुलिस बंधक होती है तो वह खबर होती है टी आर पी बढाती है । गरीब मरता है तो वह बेचारा होता है मरना उसकी नियति है। चाहें भुख से या मार से ।Madan tiwaryhttps://www.blogger.com/profile/04186760897066722174noreply@blogger.com