tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post6060311181823383172..comments2024-03-19T21:21:13.952+05:30Comments on चौथाखंभा: उसने तो आत्महत्या कर ली, तुम कब करोगे....Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-10687084526874655992014-11-17T13:58:13.370+05:302014-11-17T13:58:13.370+05:30बढ़िया कहानी बढ़िया कहानी मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-17278921331251373522014-11-17T08:08:38.299+05:302014-11-17T08:08:38.299+05:30अपराधी प्रवृत्ति के मित्र उसे ले डूबे ,यदि कोई सहा...अपराधी प्रवृत्ति के मित्र उसे ले डूबे ,यदि कोई सहानुभूतिूपर्वक उसे समझाने की कोशिश करता और भविष्य के प्रति आश्वस्त करता तो उसका ऐसा दारुण अंत नहीं होता .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-80755119467931918932014-11-16T19:03:52.037+05:302014-11-16T19:03:52.037+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की च...बहुत सुन्दर प्रस्तुति।<br />--<br /> आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (17-11-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "वक़्त की नफ़ासत" {चर्चामंच अंक-1800} </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच के सभी पाठकों को<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com