tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post4650935442659523456..comments2024-03-19T21:21:13.952+05:30Comments on चौथाखंभा: बैंगन बेचबा गांवArun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-72261876765750193092013-12-24T16:32:01.733+05:302013-12-24T16:32:01.733+05:30अरुण जी, आपके गाँव का फुचर ब्राईट है... मेरे ख्याल...अरुण जी, आपके गाँव का फुचर ब्राईट है... मेरे ख्याल से आने वाले समय में किसान नकदी फसल से ज्यादा बागवानी में कमाएंगे.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-46446071737787866352013-12-23T06:16:28.378+05:302013-12-23T06:16:28.378+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज सोमवार (23-12-13) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/12/1470.html" rel="nofollow"> "प्राकृतिक उद्देश्य...खामोश गुजारिश" (चर्चा मंच : अंक - 1470) </a> पर भी होगी!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com