tag:blogger.com,1999:blog-67465005248389801692024-03-19T07:33:21.705+05:30 चौथाखंभाArun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comBlogger741125tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-82004855193188965552024-03-19T07:32:00.004+05:302024-03-19T07:32:36.456+05:30साष्टांग दंडवत उच्चतम न्यायालय के निरहंकारी माननीय न्यायाधीश संजय करोल भगवान श्री हरि विष्णु के चरणों में साष्टांग दंडवत ये उच्चतम न्यायालय के माननीय न्यायाधीश संजय करोल हैं । बीते दिनों इनका बरबीघा के विष्णु धाम मंदिर आना हुआ । पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहते हुए भी ये इस मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बनने के बाद जब यह यहां आए तो उनकी सहजता, समानता और निरहंकारी होना सभी को प्रभावित कर गया। बेहद शालीन,Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-48002349726257067722024-03-14T08:27:00.001+05:302024-03-14T08:27:04.949+05:30व्हाट्सएप युग में कम होता अपनापन और सम्मानव्हाट्सएप युग में कम होता अपनापन और सम्मानसोशल मीडिया के इस दौर में व्हाट्सएप जैसे कई सोशल मीडिया से अपनापन और सम्मान के कम होने के कई प्रमाण सामने आने लगे हैं। कई बार असहज महसूस करता हूं । शायद आप सब भी ऐसा ही करते होंगे। दरअसल, किसी भी प्रकार का निमंत्रण अब व्हाट्सएप पर चुपचाप भेज कर चुप्पी साध लेने का एक नया चलन सामने आया है। हद तो तब हो जाती है जब घर और गांव के बगल के लोग भी आमंत्रणArun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com5tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-19073616299499877832024-03-11T09:14:00.004+05:302024-03-11T09:14:32.745+05:30#पोसुआ_यूट्यूबर के युग में हम जॉम्बी लोग #पोसुआ_यूट्यूबर के युग में हम जॉम्बी लोग वर्तमान असमंजस का है। कई मुख्या मीडिया से हटाए गए पोसुआ क्रांतिकारी यूट्यूबर को देख कर लगता है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। फिर कई पोसुआ यूट्यूबर को देखने के बाद लगता है कि खतरा नहीं है। इन खतरों के बीच आम आदमी असमंजस में दो-चार हो रहा है। पोसुआ से याद आया। अब हर पैसे वाला धनाढ्य जो नेता बनाना चाहता है, एक पोसुआ यूट्यूबर पालने लगा है। मुद्दा है, Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-36374053564140917532024-03-03T09:55:00.001+05:302024-03-03T09:55:34.509+05:30अथ श्री चोंगाधारी कथाबात नगर पालिका के सफाई कर्मियों के संगठन झाड़ू बुहारू महा गठबंधन अध्यक्ष चुनाव का है। चाय नाश्ते से सदस्यों को मनाने से बात नहीं बनी तो मुर्गा के साथ-साथ बिहार में प्रतिबंधित और सर्वसुलभ पेय का उपयोग किया गया।
बिहार में प्रतिबंधित पेय का उपयोग मच्छर भगाने वाला फाटक से फुर्र वाले गुड नाईट की तरह तुरंत काम करता है।(रामबाण की तरह काम करना लिखना आज खतरे से खाली नहीं है। पता Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-52939784663606528752024-01-25T08:24:00.001+05:302024-01-25T08:24:49.573+05:30दो राहे पर बिहारपूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती के बाद बिहार की राजनीति में अति पिछड़े मतदाताओं को रिझाने के सारे उपक्रम का प्रमाण बनकर सामने आया। मंच से वंशवाद की आलोचना करके नीतीश कुमार ने फिर बिहार को असमंजस में खड़ा किया।
वहीं, कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बाद इसकी चर्चा जोड़ पकड़ी। बिहार की राजनीति जातिवादी है। यही सच भी है। इसी बिहार की राजनीति को धर्मवादी बनाने का प्रयास Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-11468927612383182852024-01-23T08:45:00.001+05:302024-01-23T08:45:25.387+05:30जन-जन में रमे राम का जयघोषजन-जन में रमे राम का जयघोषघट घट के वासी राम लला भव्य और दिव्या मंदिर में विराज गए। प्रतिमा दिव्य, जीवंत, जैसे अब बोल देंगे, कि तब बोल दें। मुस्कान तो जैसे सबके जीवन में सुख के आलंबन का संदेश हो..! आंखें, जैसे जीवन को उद्दीप्त कर रही..!
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा।हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥गरल सुधा रिपु करहिं मिताई।गोपद सिंधु अनल सितलाई॥1॥भावार्थ,अयोध्यापुरी के राजा श्री रघुनाथजी को हृदय मेंArun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-52886048249118316242023-12-27T08:29:00.000+05:302023-12-27T08:30:19.304+05:30साधुता, संतत्व और पद्मश्री जैन साध्वी माता चंदना जी का आशीषसाधुता, संत्तत्व और पद्मश्री जैन साध्वी माता चंदना जी का सानिध्य साहित्यकारों ने अक्सर साहित्यिक अलंकारों में किसी संत , साधु का वर्णन करते हुए कई अलंकरण जोड़े हैं। इन अलंकारों में कई बार पढ़ा है कि उनके चेहरे का आभामंडल दिव्या था। वहां से दिव्य प्रकाश निकल रहे थे । उनके व्यक्तित्व से ऊर्जा का प्रवाह हो रहा था। ऐसा महसूस किया जैसे ईश्वरीय अलौकिकता आभामंडल से प्रवाहमान है। आदि, इत्यादि।
Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-10142372768035704762023-12-24T07:58:00.000+05:302023-12-24T07:59:08.496+05:30बिहारी लिट्टी चोखा और स्नेह की रेसिपीबिहारी लिट्टी चोखा और स्नेह की रेसिपीअरुण साथीसर्दी शुरू होते ही। लिट्टी चोखा शुरू हो गया। बिहारी लिट्टी चोखा, सिर्फ बिहारी लिट्टी चोखा नहीं होता। उसमें होता है अपनों का प्यार।
लिट्टी चोखा देहाती हो तो उसका स्वाद का क्या कहना। पहले आटा प्रेम से गूंथ कर लोई बनाना। फिर उसके लिए सत्तू तैयार करना दोनों कठिन कार्य है। सत्तू देसी चना का शुद्ध हो तो उसके स्वाद में एक अलग तरह की खुशबू होती है।Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-7831575434783494512023-12-15T22:10:00.000+05:302023-12-15T22:11:00.072+05:30सांप ही सांप को खा जाता है। दलित मानसिकता और जय भीमसांप ही सांप को खा जाता है। दलित मानसिकता और जय भीमकड़वी बात लिख रहा। बुधवार को बरबीघा के श्री कृष्ण राम रुचि कॉलेज के छात्रावास में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह इंटर का छात्र था और एनसीसी का कैडर भी था। पूरी तरह से आत्महत्या के इस साफ मामले को परिवार के लोगों ने हत्या में बदल दिया। उसकी प्राथमिकी भी कराई। वही इस छात्रावास के तीन छात्रों को पकड़ के पुलिस के हवाले भी कर दिया।
Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-1199812164825787452023-12-01T20:45:00.001+05:302023-12-01T20:45:04.516+05:30 कर्म ही पूजा है, यह एक मंत्र है कर्म ही पूजा है, यह एक मंत्र है इसकी मूल अवधारणा सनातन धर्म ग्रंथ गीता ही है। इसके लिए अतिरिक्त किसी धर्म के धार्मिक ग्रंथ में ऐसा उदाहरण नहीं मिलता है। यह छोटी बात नहीं है। खासकर वर्तमान इस युग में। आज जितनी तेजी से हम धार्मिक होने का दवा और दिखावा करते हैं। उतने हम धार्मिक नहीं हो सके हैं । क्योंकि धर्म धारण करने की चीज है। आज धर्म सोशल मीडिया पर तो दिखता है। समाज, Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-71936596138735593082023-11-24T21:12:00.004+05:302023-11-24T21:12:30.139+05:30 खड़ूस नाना पाटेकर के बहाने सोशल मीडिया का चाल, चरित्र और चेहरा खड़ूस नाना पाटेकर के बहाने सोशल मीडिया का चाल, चरित्र और चेहरा अरुण साथीवाराणसी में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान एक किशोर के द्वारा नाना पाटेकर के करीब आकर सेल्फी लेने का प्रयास किया गया। जिसके बाद नाना पाटेकर ने उस किशोर को हल्का सा एक थप्पड़ जड़ दिया । फिर उसे वहां से हटा दिया गया । बुधवार को सोशल मीडिया पर यह वीडियो इतना तेजी से वायरल हुआ की एक बार में Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-6859106212684008192023-11-09T09:31:00.002+05:302023-11-09T09:31:31.878+05:30 यह, वह नीतीश कुमार नहीं हैं ... यह, वह नीतीश कुमार नहीं हैं ... 2005 से पहले और उसके बाद नीतीश कुमार की पहचान शांतचित, सौम्यतापूर्ण, तर्कपूर्ण, तथ्यों के साथ बातों को रखने की थी। उस दौर से निकलकर जब बिहार नीतीश कुमार के सोशल इंजीनियरिंग के दौर में प्रवेश किया तो बिहार में बदलाव के आश्चर्यचकित नतीजे देखने को मिले। उस दौर में नीतीश कुमार के सोशल इंजीनियर होने में कमोबेश सभी जातियों में Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-84516019439989447412023-10-26T21:06:00.002+05:302023-10-26T21:06:17.283+05:30आज विश्व कुत्ता दिवस है आज विश्व कुत्ता दिवस है#International_Dog_Day यह स्नेह का रिश्ता है। कुत्ता नाम सुन कई लोग आज भी असहज हो जाते है। आवारा कुत्ते के आतंक को आज भी सनसनी बनाया जाता है। खैर, आज विश्व कुत्ता दिवस है। जिन लोगों ने कुत्ता पाला है, वहीं इसके मर्म को समझ सकते है। यह प्राणी इतना संवेदनशील है कि उसका वर्णन नहीं। मेरा रॉकी तीन साल का हुआ है। घर का सबसे प्यारा सदस्य है। पर यह मानव के भाव को पढ़ सकता है।Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-55427839345200089292023-10-24T23:58:00.000+05:302023-10-24T23:59:01.562+05:30रिव्यू : फिल्म खुफिया भारतीय सिनेमा का परिपक्व संस्करण परिपक्व होता भारतीय सिनेमाअरुण साथीदो सिनेमा छुट्टी में खत्म किया। नेटफ्लिक्स पर। ओएमजी२ और खुफिया। दोनों नहीं, खुफिया जिंदाबाद।बात ओएमजी २ का। इसमें पंकज त्रिपाठी के सहज अभिनय को छोर कुछ भी अच्छा नहीं है। क्यों, क्योंकि ओएमजी इतनी अच्छी बनी थी की उससे अच्छा कुछ हो नहीं सकता। फिर भी यौन शिक्षा पर केंद्रित सिनेमा और भारतीय धर्म और महाकाल की खिचड़ी ठीक ठाक है। ओएमजी में परेश रावल, जज साहब का कोई Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-32098385931332484812023-10-08T11:50:00.003+05:302023-10-08T11:50:48.372+05:30 पितृसत्तात्मक समाज में अब मुखर हो रही बेटियां पितृसत्तात्मक समाज में अब मुखर हो रही बेटियां पितृसत्तात्मक समाज में अब बेटियां मुखर हो रही हैं । पढ़ाई , लिखाई के दौरान छेड़खानी, सड़कों पर अत्याचार, घर, परिवार, समाज में भेदभाव, दमन, शोषण और प्रताड़ना, ऐसे मुद्दों को मुखर होकर बेटियां मंच पर रखने लगी हैं। ऐसा ही एक प्रसंग शेखपुरा जिला प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के समारोह में देखने को Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-6328103848267924302023-10-03T08:29:00.001+05:302023-10-03T08:29:56.161+05:30बिहार में जातीय गणना: मोहब्बत की दुकान में घृणा का सामानबिहार में जातीय गणना: मोहब्बत की दुकान में घृणा का सामानबिहार में जातीय गणना देश की राजनीति को प्रभावित करने के लिए तरकश से ब्रह्मास्त्र की तरह छोड़ दिया गया है। यह सब सहज और सामान्य नहीं है। प्रायोजित और झगड़ा कराकर राजनीतिक रोटियां सीखने के लिए किया गया काम है । भले ही नए गठबंधन के द्वारा मोहब्बत की दुकान चलाने का दावा किया जाता हो परंतु जातीय गणना के माध्यम से इसको देश भर में उछाल कर मोहब्बत Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-82151743755995806642023-10-01T09:28:00.002+05:302023-10-01T09:28:38.685+05:30 यात्रा वृतांत भाग 2 : स्काउटलैंट में नारी शक्ति की अनुभूति यात्रा वृतांत भाग 2 : स्काउटलैंट में नारी शक्ति की अनुभूतितीसरे दिन सभी 6:00 बजे सुबह मेघालय निकलने की तैयारी में लगे और 5:00 बजे से स्नान शुरू हो गया। रितेश ने सत्तू बनाया, चना फूलने दिया था, टमाटर प्याज मिलाया। सभी ने आनंद से खाया। इस बीच माहौल हंसी मजाक का हो गया। टीम में गणनायक मिश्रा और छोटे भाई धर्मवीर सपत्निक थे। धर्मवीर की वजह से मेरे लिए हंसी Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-13853859031106998352023-09-29T07:40:00.001+05:302023-09-29T07:40:12.101+05:30ठाकुर का कुआं विवाद और वामपंथी विधायक का सहयोगठाकुर का कुआं विवाद और वामपंथी विधायक का सहयोग
3 दिन पूर्व आरा के तरारी से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी के दूसरी बार विधायक सुदामा प्रसाद मिलने पहुंचे। वे पार्टी के कार्यक्रम में आए हुए थे। इस बीच वे मिलने के लिए आए । तीन, चार घंटे का साथ रहा। उनका स्वागत सम्मान किया । नब्बे के दशक में छात्र संगठन आइसा के जिला अध्यक्ष होते हुए इनका सानिध्य मिला और वामपंथी के प्रति Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-25568154680074933892023-09-27T08:51:00.002+05:302023-09-27T08:51:13.873+05:30 विश्व पर्यटन दिवस और बदहाल बिहार विश्व पर्यटन दिवस और बदहाल बिहार आज विश्व पर्यटन दिवस है । ऐसे में हम बिहार के लोगों को हमेशा से बाहर जाने पर शर्मिंदा होना पड़ता है। ऐसी बात नहीं की बिहार में पर्यटन की संभावना नहीं है परंतु बाहर के राज्यों की तुलना में हम पांच प्रतिशत ही पर्यटन का विकास कर सकें। इसके कई कारण हो सकते हैं परंतु एक सबसे बड़ा कारण राजनीतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। इसमें जाति Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-121868277647628342023-09-25T08:50:00.004+05:302023-09-25T08:55:37.057+05:30यात्रा वृतांत: कमरु-कामाख्या माता सती की शक्ती, दक्ष का दर्प और लोना चमारिन यात्रा वृतांत: कमरु-कामाख्या माता सती की शक्ती और दक्ष का दर्पयात्रा वृतांत:-1कमरु-कामाख्या। बचपन से यह नाम सुना हुआ सा है। इस रूप में के यहां बड़े पहुंचे हुए तांत्रिक रहते हैं। आदमी को भेड़ बनाकर रख लिया जाता है। इसलिए यहां जाने का कौतुक मन में पहले से ही था। फिर साथियों ने जाने का मन बनाया तो मेरी भी सहमति Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com9tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-59649479984581688402023-09-11T22:35:00.000+05:302023-09-11T22:36:16.631+05:3070 वर्ष की उम्र में पहला जन्मदिन मनाना...70 वर्ष की उम्र में पहला जन्मदिन मनायाअरुण साथी की कलम से70 वर्ष की उम्र में पहला जन्मदिन मनाना सुनकर अटपटा लग सकता है। परंतु यह हकीकत है। दरअसल, बरबीघा के प्रख्यात चिकित्सक, सेवा निवृत सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह का पहला जन्मदिन सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। जिले के ख्यातिलब्ध लोगों का जुटान हुआ। हैप्पी बर्थडे के धुन पर लोगों ने ठुमके भी लगाए और प्रेम के मधुर रस में डूबे Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-44780597828319462952023-09-04T08:57:00.001+05:302023-09-04T08:57:31.805+05:30 मोदी विरोध का एजेंडा और आम आदमी की समझ मोदी विरोध का एजेंडा और आम आदमी की समझ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के पुत्र मंत्री उदयगिरि स्टालिन का यह वक्तव्य की सनातन धर्म डेंगू , मलेरिया जैसा है। इसे खत्म कर देना चाहिए। चौंकाने वाली बात नहीं है। चौंकाने वाली बात यह होती है जब इस तरह का वक्तव्य दूसरे धर्म के लिए कोई कहता। हां इस समय निराशाजनक कई बातें हैं। देश में अभी कथित Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-87489462837131259702023-08-28T17:05:00.002+05:302023-08-29T07:08:55.182+05:30लल्लू-पंजू , लपुझंगा आदमीलल्लू-पंजू , लपुझंगा आदमीहे फेसबुक, तुम्हारे इस दिव्य अंर्तजाल पट्ट पर बहुत सारे सेलिब्रिटी हैं इसका अंदाजा मुझे पहले नहीं था। इतने सारे सेलिब्रिटी मेरे फ्रेंड लिस्ट में है, यह तो मैं कल्पना भी नहीं कर सकता था । पिछले कुछ दिनों से जब यह मैसेज सभी लोगों ने अपने-अपने पोस्ट में डाल कि फेसबुक का नया नाम मीटा हो रहा है। नियम बदल रहा है। फोटो तथा अन्य सामग्री को फेसबुक कॉपी कर लेगा। सभी ने Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-64683355368054198322023-08-25T20:59:00.000+05:302023-08-25T20:59:02.378+05:30शिक्षक भर्ती परीक्षा कदाचार मुक्त करा लेना बिहार के लिए आठवां अजूबा, धन्यवाद तो दिजिए शिक्षक भर्ती परीक्षा कदाचार मुक्त करा लेना बिहार के लिए आठवां अजूबा, धन्यवाद तो दिजिए शिक्षक भर्ती परीक्षा कदाचार मुक्त करा लेना बिहार के पूरी व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती थी परंतु इसे सच कर दिखाया गया । बिहार में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले से लेकर आम लोग तक बिहार में कदाचार मुक्त प्रतियोगिता परीक्षा हो जाए, इसे आठवां Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6746500524838980169.post-79488420409110972962023-08-25T09:41:00.000+05:302023-08-25T09:42:00.848+05:3033 अगस्त को रक्षाबंधन का समाचार जब एक अखबार में देखा...कल जब मैं इस खबर को देखा, 33 अगस्त को रक्षाबंधन तो अचानक से चौंक गया। विश्वास नहीं हुआ, परंतु व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के इस ज्ञान की पड़ताल भी जरूरी थी। इस बात से अलग सबसे पहले मैं यह भी कहना चाहता हूं कि आज सोशल मीडिया ने कैसे हमारे दिमाग को हैक कर लिया है। कोई कह दे की कौवा आपका कान लेकर भाग गया है तो हम सीधा कौवा के पीछे दौड़ने लगते हैं हम बिल्कुल ही अपने कान को नहीं देखते।
वायरल Arun sathihttp://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.com0