29 नवंबर 2011

प्रेम की अनूठी कहानी-मिनाक्षी ने विकलांग युवक को चुना जीवन साथी ।


कहा जाता है कि शाश्वत प्रेम किसी भी कारण का मोहताज नहीं होती और और इसी शाश्वत प्रेम को सार्थक कर रही है मीनाक्षी कुमारी। पेशे से निजी विद्यालय में शिक्षिका मीनाक्षी ने गांव समाज और घर परिवार से विरोध कर एक विकलांग युवक को अपना जीवन साथी चुन लिया।
शेखपुरा के शेखोपुरसराय प्रखण्ड के पन्हेसा निवासी मीनाक्षी एवं नीमी गांव निवासी राजकुमार ने कोर्ट मैरेज कर लिया। इस मामले में मीनाक्षी के घर वालांे ने काफी विरोध किया पर जब दो दिलों ने एक होने का फैसला कर लिया तो फिर किसी के विरोध से वह कहां रूकता है।
राजकुमार दोनों पैर से पूरी तरह से विकलांग है पर प्रतिभा से सम्पन्न भी। राजकुमार तीन चक्कों की मोटरसाईकिल की सवारी करता है और इलेक्ट्रोनिक समानों को बनाने की जानकारी भी रखता है जिसकी वजह से उसने कभी भी अपनी विकलंांगता को अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और फिर मिनाक्षी ने उसे जीवन साथी चुन लिया।
मीनाक्षी एक गांव की रहने वाली युवती है और उसका यह साहस महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।

12 टिप्‍पणियां:

  1. यही असली प्यार है हमारी ओर से शुभकामनायें .....

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  2. साचे प्यार की अनूठी कहानी शुभकामनायें ....समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है

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  3. बहुत बहुत बधाई नव दंपत्ति को....और शुभकामनाएं सुखद भविष्य की..

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  4. बहुत सुंदर प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

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  5. हमारी ओर से शुभकामनायें

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  6. may bhi ak vikakag hu meri or se bhut 2हमारी ओर से शुभकामनायें

    प्रत्‍युत्तर दे

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