01 जून 2021

ठसक

लघु कथा
घर के आगे सफाई कर्मी रोज की तरह आया। राजकुमार ने सोंचा बगल के रखा कचरा भी साफ करा लेते है। कम खर्च में हो जाएगा। ऐसे हजार-पाँच सौ लग जाएंगे। उसने आवाज दी।

"ऐ डोम राजा, तनि ई कचरा भी उठा ला। कुछ खर्च दे देबो।"

उसने ताव भरी नजरों से देखा। 

"हमरा से नै होतो। टेम नै हो।"
"काहे नै होतो, सो-पचास ले ला।"

"सो-पचास! की बुझ्झो हो जी। नंगा-भुख्खा! हमरो बाऊ ठेकेदार है। बड़का। दू दू गो ठेका ले ले हई। ए गो मोकामा। ए गो बाढ़। मुर्दा जराबे वाला सब निहोरा ने करो है श्मशान में..!!!"

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें