मौन
चुपचाप..
सुन रहा है गालियां..
पूरे दस मिनट देर से काम पर आया है।
गुनहगार!
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थक गया है
काम करते-करते
खैनी बनाने के बहाने सुस्ता रहा है,
या फिर मुतने का बनाता है बहाना।
मालिक फिर चिल्लाया..
साले
हरामी
इसी बात की मजदूरी देता हूं....
हमारे घर भी आते हैं ये मजदूर!
samajik sarokar se judi achchhi rachana hai|
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