औरत केवल औरत नहीं होती..
वे होती एक मां
जिनकी आंचल में पलती है
जिंदगी।
वे होती एक मां
जिनकी आंचल में पलती है
जिंदगी।
वे होती है एक पत्नी
जिनकी आंचल में पलता है
प्यार।
वे होती है बहन-बेटी
जिससे आंगन मे पलता है
दुलार.
औरत केवल औरत नहीं होती
वे है तो होता ईश्वर के होने का होता है एहसास ...
Bhawprawan......satywachan
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ....
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