सुना है वह
ब्रह्म का अंश और
प्रकाण्ड विद्वान था....
और यह भी कि वह
शिव का उपासक था...
सुना तो यह भी है कि उसने
सोने का नगर बसाया...
और वह
आसमान में सीढ़ी लगा,
स्वर्ग तक
बनाना चाहता था रास्ता....
और सुना है
उसका नाम
रावण था....
ब्रह्म का अंश और
प्रकाण्ड विद्वान था....
और यह भी कि वह
शिव का उपासक था...
सुना तो यह भी है कि उसने
सोने का नगर बसाया...
और वह
आसमान में सीढ़ी लगा,
स्वर्ग तक
बनाना चाहता था रास्ता....
और सुना है
उसका नाम
रावण था....
अब लंका ढह गई तो ढह ही गई...
जवाब देंहटाएंखूब....
जवाब देंहटाएं.बहुत मर्मस्पर्शी अहसास और उनकी प्रभावी अभिव्यक्ति..आभार
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