उस दिन
जब मार दिया जायेगा
वह आखरी आदमी भी
जो कर रहा है संघर्ष
गांव/मोहल्लों
गली/कूंचों
में रहकर,
अपने आदमी होने का….
जब मार दिया जायेगा
वह आखरी आदमी भी
जो कर रहा है संघर्ष
गांव/मोहल्लों
गली/कूंचों
में रहकर,
अपने आदमी होने का….
तुम बैठ कर सोंचना?
आखिर
आदमी की तरह
दिखने पर भी
तुम आदमी क्यों नहीं हो….
आखिर
आदमी की तरह
दिखने पर भी
तुम आदमी क्यों नहीं हो….
अभिव्यक्ति...विचारणीय
जवाब देंहटाएंसरल सहज भाव में गंभीर चिंतन
जवाब देंहटाएंआदमी की तरह दिखने पर भी तुम आदमी नहीं यही तो सबसे बडा प्रश्न है ....बहुत ही प्रभावी
जवाब देंहटाएंवाह...
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