21 मार्च 2016

आँख वाले अंधों और कान वाले बहरों की जमात है सोशल मीडिया

आँख वाले अंधों और कान वाले बहरों की जमात है सोशल मीडिया

अमिताभ बच्चन को लेकर सोशल मीडिया में यह दुष्प्रचार वायरल हो गया कि उन्होंने 4 करोड़ लेकर बंगाल के इडेन गार्डन में भारत पाक मैच के दौरान राष्ट्र गान गाया।

बंगाल क्रिकेट के प्रमुख सौरभ गांगुली ने इसका खंडन करते हुए बताया की बिग बी ने अपनी जेब से 30 लाख खर्च कर मैच देखने आए। फ्लाइट, होटल, सारे खर्च खुद किये, फिर उनको बदनाम कैसे कर दिया गया?

दरअसल, सोशल मीडिया अब आँख और कान वाले अंधों-बहरों की जमात भर रह गयी है। यहाँ सहजता से जितनी झूठ फैलाई जा सकती है वह किसी और तरीके से सम्भव नहीं है। यहाँ हम झूठ को झूठ जान कर भी नजरअंदाज कर जाते है।

इस खतरनाक प्रबृति को रोकने के लिए हमें इसी का सहारा लेना होगा। देहाती कहावत है कि साँप के जहर का ईलाज साँप के जहर से ही होता है। अब हमें अपनी आँख, कान के साथ साथ स्वविवेक के दरवाजे खुले रखकर सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए। अपने विवेक का साथ लेकर इंटरनेट पे सभी सवालों का जबाब खोजना चाहिए, फिर कुछ बोलना चाहिए..

हालाँकि, घोरे की टूटी टांग वाली धमकुच्चड़ में हम खुले आँख वाले अंधे है, सबकुछ सुनकर भी बहरा बन जाते है। भगवान् मालिक..

2 टिप्‍पणियां:

  1. विरोधी विचार वाले लोगों की ये करतूत होती है , वे और कुछ नहीं कर पाते तो ऐसी भ्रामक मनगढंत ख़बरें फैलाते हैं , लेकिन मज़बूरी ये है कि इन पर कोई रोक नहीं लग सकती , उल्टा और मनगढंत भ्रामक ख़बरें आणि शुरू हो जाएँगी

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  2. एक चैनेल आजकल वाइरल का सच बताता है...जो प्रचारित होता है...अक्सर वो सच नहीं होता...

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