हत्यारा कौन?
सवाल यह नहीं है
कि किसने मारा
सवाल तो यह भी नहीं है
कि किसको मारा
सवाल तो यह भी नहीं है
कि किससे मारा
सवाल यह है
कि क्यों मारा..
उससे भी बड़ा सवाल
यह है कि
जब हत्यारा
हो कोई विचारधारा
तब हम
वामपंथी
दक्षिणपंथी
मध्यमार्गी
समाजवादी
पूंजीवादी
हिन्दू
मुस्लिम
ईसाई
में उलझकर
हत्यारे को माफ कर देत हैं..
06/09/17
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