हत्यारे अट्टहास कर रहे हैं...
गौरी लंकेश को किसने मारा, क्यों मारा, इन वजहों की तलाश अभी बाकी है परंतु राजनीतिक पूर्वाग्रहों की वजह से जिस तरह एक पक्ष किसी को आरोपित कर रहा है सबसे पहले मैं उसकी निंदा करता हूं परंतु दूसरा पक्ष जिस तरह से सोशल मीडिया पर गौरी लंकेश की खिल्ली उड़ा रहा, उनकी हत्या पर अट्टहास कर रहा, जश्न मना रहा और गंदी गंदी गालियों से उनको नवाज रहा इतना ही नहीं उनकी तरह समान विचारधारा वाले को भी गालियां दी जा रही यह अपने आप में इस बात को साबित करता है कि गौरीशंकर लंकेश को किसने मारा! मारने वाला हत्यारा भले ही किसी व्यक्तिगत कारण से उनकी हत्या की हो परंतु सोशल मीडिया के कट्टरपंथी धुरंधर उनकी हत्या लगातार कर रहा है। कई बार उनको मार रहा है।
विचारों से सहमति-असहमति ही लोकतंत्र की खूबसूरती है। परंतु एक बहुत बड़ा वर्ग यदि किसी की हत्या को उचित ठहराने लगे तो मेरी समझ से आईएस और तालिबान सरीखे आतंकवादी और उनके समर्थकों से अलग इनकी सोच नहीं है। स्वागत है तालिबानीकरण का!
सावधान! मैंने पहले ही कहा की हत्या के बाद किसी को भी आरोपित करना निंदनीय है! एक पक्ष जिस तरह रोहित वेमुला प्रकरण या दादरी प्रकरण पर हो हल्ला मचाया और दिल्ली के डॉक्टर नारंग सरीखे प्रकरण पर ओम शांति रखा, यह भी एक वजह मुझे दिखती है कि देश में कट्टरपंथी विचारधारा को हम हवा दे रहे हैं! धर्मनिरपेक्षता कि खुद से गढ़ ली गयी वर्तमान परिभाषा को हमें फिर से परिभाषित करने की जरूरत है नहीं तो इस देश को जिस दिशा में ले जाया जा रहा उसके कलंक का टीका आपके माथे पे भी होगा..
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