गोडसे रक्तबीज
***
जरुरी नहीं कि
भगवान सबको
सम्मति ही दें!
***
जरुरी नहीं कि
भगवान सबको
सम्मति ही दें!
जरुरी नहीं
सबकी
विचारधारा
धार्मिकता
जातियता
सामान हो..
सबकी
विचारधारा
धार्मिकता
जातियता
सामान हो..
वैचारिक विभेद
प्रजातंत्र है
मानवीय है...
प्रजातंत्र है
मानवीय है...
अमानवीय है
मतभेदों को
मतभेदों को
मारने की मंशा रखना
या कि
मार ही देना..
मार ही देना..
गोडसे का रक्तबीज
कहीं मुझमें भी तो नहीं..
खोजो, पकड़ो, सोंचो..
कहीं मुझमें भी तो नहीं..
खोजो, पकड़ो, सोंचो..
(कोर्ट में हँसते गोडसे की तस्वीर देखकर)
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " अविभाजित भारत की प्रसिद्ध चित्रकार - अमृता शेरगिल - ब्लॉग बुलेटिन " , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (31-01-2016) को "माँ का हृदय उदार" (चर्चा अंक-2238) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'