दुबई में फंसा बिहार का युवक
गया था कमाने अब दफनाना पड़ रहा है शव
परेदश जाकर कमाने का सपना लिए जब कोई घर से बाहर निकलता है तो वह सोंच भी
नहीं सकता है कि वह एक जाल में फंसकर जिन्दगी की दुआ मांगता फिरेगा।
शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के फैजाबाद मोहल्ले के निवासी पप्पु
उर्फ संजर हसन ने परिवार की खुशी के लिए परेदश जाने का सपना देखा और इसी
को पूरा करने के लिए रात दिन एक कर जुट गया। अंजर और उसकी अम्मी के आंखों
में अपने टुटे फुटे घर की खुशहाली का सपना था जो उसके परोस के कई घरों
में साकार हो चुका था। अंजार ने अपनी बेरोजगारी मिटाने और घर में खुशहाली
लाने के लिए दुबई जाने का फैसला किया और इसके लिए उसके परिजनों ने जैसे
तैसे 70000 रू0 कर्ज लेकर जुटाया और वह झारखण्ड राज्य के घनबाद के
पाथरडीह स्थित एक दलाल के हाथों में जाकर दे दिया। दुबई जाने के लिए अंजर
ने इलेक्टीसीयन का प्रशिक्षण भी लिया और फिर दुबई जाने के लिए जुट गया।
दलाल ने अंजर को दुबई में इलेक्टीशियन में हेल्पर का काम दिलाने का बादा
किया और यही सपना लिए अंजर ईद के बाद दुबई चला गया। दुबई जाने के बाद
अंजर को पता लगा कि जैसे तैसे पैसा इक्क्ठा कर वह परदेश तो आ गया पर यहां
उसका कोई सपना साकार होने वाला नहीं है। अंजर को पहले तो कुछ दिन एक
मिस्जद में काम लगा दिया गया जहां उसे ईमामों की सेवा करने के काम में
दिया गया पर कुछ ही दिनों के बाद अंजर को एक अस्पताल में लगा दिया गया
जहां उसे अस्पताल की सफाई से लेकर शौचालय की सफाई तक काम थमा दिया गया।
हद तो तब हो गई जब अंजर से मृतकों के दफनाने के काम को करने के लिए कहा
गया और उसे कब्रिस्तान में काम दिया गया। इस काम को करने के लिए कहे जाने
के बाद अंजर का सपना चकनाचूर हो गया और वह फूटफूट फूटफूट कर रोते हुए
अपने घर पर फोन कर अपनी अम्मी को सारी जानकारी दी और वहां से आना चाहा पर
अंजर तो वहां फंस चुका था और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था। जब
अंजर ने फोन कर अपने परिजनों को बताया कि उसके रहने और खाने की कोई
व्यवस्था नहीं है और वह फुटपाथ पर सोता है तो उसकी अम्मी अपने बेटे को घर
वापस आने के दिशा में पहल करने लगी पर वहां से आने के लिए टिकट की
व्यवस्था करने के लिए पैसे नहीं थे जो भी था वहां बेटे को विदेश भेजने
में खर्च कर दिया गया।
अब अंजर की मां अपने बेटे को विदेश से घर वापस लाने के लिए मोहल्ले के
लोगों से गुहार लगा रही है और हार कर मोहल्ले के लोगों ने भी चंदा कर
अंजर के लिए एयरोप्लेन का टिकट खरीदने की पहल की है पर वह अभी काफी नहीं
हो रहा है इसलिए अंजर की मां मिडिया के माध्यम से अपने बेटे को वापस लाने
की गुहार लगा रही है अब देखना होगा कि इसपर कितनी पहल होगी।
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