11 जनवरी 2011
फिनिक्स
पाने की अभिलाषा में
जल जाता है
फिनिक्स
सुर्य को पाना चाहता है
सदियों से
कितना मुर्ख है
फिनिक्स
फिनिक्स और मुझमें
कितनी समानता है।
4 टिप्पणियां:
नया सवेरा
11 जनवरी 2011 को 1:17 pm बजे
... behatreen !!
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Manoj Kumar
11 जनवरी 2011 को 7:51 pm बजे
kya baat hai. aamin!
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babanpandey
12 जनवरी 2011 को 8:11 am बजे
बहुत ही सुंदर ...और सच से रूबरू
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शारदा अरोरा
12 जनवरी 2011 को 12:53 pm बजे
khoobsoorat ...
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... behatreen !!
जवाब देंहटाएंkya baat hai. aamin!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर ...और सच से रूबरू
जवाब देंहटाएंkhoobsoorat ...
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