मेरे देश में
पिज्जा
एम्बुलेंस से पहले पहूंचती
लूट के बाद पुलिस सजती
मेरे देश में
कार लोन पांच परसेंट पर
एडुकेशन लोन बारह पर मिलती
मेरे देश में
चावल बिकता चालीस रूपये
सिम है मुफ्त में मिलती
मेरे देश में
रही नहीं उम्मीद कहीं अब
चौथेखंभे से लेकर न्याय तलक है बिकती
मेरे देश में.......
सुन्दर, सुन्दर, बिलकुल सही बात!
जवाब देंहटाएंमकर संक्रांति की शुभकामनायें!
एकदम सत्य वचन कहती रचना !
जवाब देंहटाएंसाधु साधु।
जवाब देंहटाएंसत्य वचन.
जवाब देंहटाएंदेश की शर्मनाक व्यवस्था पर करारा व्यंग !
जवाब देंहटाएं..........बिलकुल सही बात!
जवाब देंहटाएंकविता अच्छी है!
जवाब देंहटाएंभगवान कुछ ऐसा कर दे कि पिज़ा की आहट से मरने वाला जी उठे...