13 मार्च 2010

नक्सलबाद और आतंकवाद से ज्यादा धातक है मुल्यहीन राजनीति



आतंकवाद और नक्सलबाद मुल्यहीन राजनीति से ज्यादा खतरनाक है और देश का जितना नुकसान आतंकवाद ने नहीं किया उससे ज्यादा नुकसान मुल्यहीन राजनीति ने किया है। आज वर्तमान राजनीति सेवा के आसन से उतर कर बाजर बन गई है जिससे देश को काफी नुकसान हो रहा है। उक्त बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं नवादा लोकसभा से सांसद भोला सिंह ने कही। भोला सिंह आर्य समाज के स्थापना दिवस के अवसर पर बरबीघा  आर्य समाज मन्दिर में आयोजित समारोह का उद्धाटन कर रहे थे। इस अवसर सांसद भोला सिंह सम्पूर्णरूप से आध्याित्मक संबोधन करते हुए कहा कि वर्तमान में लोगों की संवेदना मर गई है और इसको जगृत करके ही मानवता को बचाया जा सकता है।आर्य समाज की चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि आदमी महज शरीर है तो  काम, क्रोध, मोह सहित वह अन्य विकारों से भरा रहता है और वह हिरण्यकश्यपु बन जाता है और जब आदमी आत्मा होता है तो वह इन विकारों से दूर प्रहलाद बन का जनकल्याण का कार्य करता है और इसी तरह आर्य समाज आत्मा को जागृत करने का एक आध्यात्मीक प्रक्रिया है जिसमें योग सहायक होता है। इस अवसर पर सांसद ने भगवान बुद्ध, गुरूनानक और कबीर का प्रसंग सुना का लोगों को मानवीय भावना जागृत कर समाज के लिए कुछ सकारात्मक करने की बात कही है। सांसद ने प्रसंगवश स्वामी सहजानन्द को एक प्रचण्ड धूप करार देते हुए कहा कि एक मामूली दीपक भी आखीर दम तक अंधकार से लड़ता है और  अन्त में जीत प्रकाश की होती है।

इस अवसर पर वेद प्रयार महायज्ञ का विधिवत उदधाटन सांसद ने दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह में आर्य समाज के मध्यप्रदेश से आए सन्त आनन्द पुरूषर्थी ने कहा कि मनुष्य को देश प्रेमी होना चाहिए तथा देश की सेवा के लिए हर एक को अपने स्तर से कार्य करना चाहिए। श्रीपुरूषार्थी ने कहा राजा के फरमान पर तलाब में सभी कें द्वारा अहले सुबह एक एक लोटा दूध देने की कथा को सुनाते हुए कहा कि इस कथा में सबने यह सोच कर तलाब में सिर्फ पानी डाल दिया कि दूसरा दूध देगा और तलाब में सिर्फ पानी ही रहा। उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपके आपके लोटे में दूध होना चाहिए ताकि समाज का पतन रोका जा सके।

1 टिप्पणी:

  1. बोधकथाओं के साथ एक अच्छा आलेख । मगर निकट भविष्य मे नही लगता कि इस स्थिती मे कोई सुधार होगा। ये राजनीति नीचता की सीमा पार कर चुकी है अब कहने से कहाँ कोई सुनने वाला है कोई चमत्कार हो तभी कुछ होगा। धन्यवाद्

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