09 जुलाई 2021

मेघ

#मेघ
टिप टिप
टुपुर टुपुर

यह बिरह गीत है
या की है
मिलन संगीत
सुनो तो सही
कुछ देर मौन होकर
दिल से

किसी बिरहन के
आंसूं हैं ये
या की है
क्रंदन
किसी अहिल्या की

अरे हाँ, रुको
यह प्रेम संगीत है
क्या तुम प्रेमी हो
हो न..
(शब्द और छाया अरुण साथी की)

08 जुलाई 2021

सूअर के साथ-साथ आदमी की संवेदनाऐं भी मर गई

निश्चित ही सूअर, सूअर होता है। सूअर का मर जाना। सूअर का मर जाना है। इस पर कोई संवेदना नहीं । यह आम नजरिया समाज का है। होनी भी चाहिए । शहरों के बज-बजाते नालियों में सूअरों को कांच-किचिर करते देख, भला कौन नाक-मुंह नहीं सिकोड़ता। मैंने भी यही मान लिया। 



दो जुलाई की अहले सुबह गांव का विनोद डोम सपरिवार घर के दरवाजे पर पहुंचा। वह अक्सर घर चला आता है। बेरोकटोक । अंदर आकर भैया और भाभी कहकर चिल्लाने लगता है। जब भी पत्नी  शराब पीकर आने की वजह से खाना नहीं देती तो वह ऐसा करता है। रोटी लेकर चला जाता है। 

सोचा कि आज भी कुछ यही हुआ होगा। मैं नीचे नहीं उतरा। पर वह चिल्लाता रहा। मजबूरी बस जब गया तो सभी परिवार के लोग रो रहे थे। बताया कि उसके एक दर्जन सूअर को जहर देकर मार दिया गया। चलकर तस्वीर ले लिजिए। मैंने सोचा कि यह कौन सी बड़ी बात है। सूअर का मरना, आदमी का मरना थोड़ी है।

मैंने इसे नजरअंदाज कर दिया और कुछ बहाने बनाकर उसे घटनास्थल पर जाने के लिए और पुलिस से मिलने के लिए कहा। वह घटनास्थल पर गया।  एक घंटा के बाद सपरिवार फिर घर के दरवाजे पर पहुंच गया।  वहां मुझे चलने के लिए दबाव देने लगा। विनोद की पत्नी बोली, अखबरिया में तोंही ने छापो हो त किदो गरीबका के इंसाफ मिलो हय। हमरो ले कुछ करहो। इस बार भी मैं कहा कि तुम लोग जाओ। मैं आता हूं। फिर चाय बगैरा पीने लगा। मामले को उतने संजीदगी से नहीं लिया। सोचा कि सूअर की मरने की खबर कहां छापेगी। तीसरी बार उसका बेटा फिर आ गया और बोला- बाउ बोला रहलन हें।


घर से पत्नी ने दवाब दिया । जाहो, गरीब ले उहे पूंजी है। अंततः मैं वहां गया। वहां पहुंचा तो सूअर की मरने की वजह से गरीब परिवार के हुए नुकसान का आकलन कर सका । तीन लाख का नुकसान था।  तब जाकर इसकी संवेदनशीलता को समझ सका। दरअसल इस घटना में एक दर्जन से अधिक सूअर की मौत हुई।  एक गर्भवती थी। लदबद। किसी ने  भोजन में जहर मिलाकर रख दिया था।

सभी परिवार जार जार रो रहे थे। 
विनोद की पत्नी बोली- बेटी के ब्याह कुछ्छे दिन बाद हलो,  एकरे भरोसे ब्याह तय कइलियो हल। अब बेटी के ब्याह कैसे होतो। मैं तस्वीर खींचकर घर चला आया। स्थानीय मिशन ओपी पुलिस से मोबाइल पर संपर्क कर प्राथमिकी दर्ज करने का निवेदन किया । दोपहर तक पूरा परिवार थाना के आगे बैठा रहा।  परिवार के बयान लेकर पुलिस ने प्राथमिकी  दर्ज करने का आश्वासन देकर सभी को घर भेज दिया। शाम में सभी मीडिया कर्मियों को थानाध्यक्ष ने बयान दिया कि एफआईआर दर्ज कर लिया गया। सुबह के अखबारों में विनोद डोम के सूअर के मरने की खबर प्रकाशित हो गई।  
 
फिर अचानक चार दिन बाद गांव के मिथिलेश कुमार ने सूचना दी कि गरीब विनोद डोम के साथ पुलिस ने गजब चालाकी और धोखाधड़ी कर दी। इसके नाम से एफआईआर दर्ज नहीं करके। जो आरोपी है उसके एक रिश्तेदार जितेंद्र के नाम से एफआईआर दर्ज कर लिया है। बयान तो इसका लिया गया परंतु हस्ताक्षर उससे करा लिया गया। इसका गवाह तक में नाम नहीं दिया गया । जब इस पूरे परिवार को इसकी सूचना मिली तो यह सब है स्तब्ध रह गया । इसे उम्मीद थी कि एफआईआर के बाद कुछ मुआवजा इत्यादि मिलेगा। अब तो वह भी गया। बेटी के हाथ पीले करने के सपने भी चले गए और गरीब परिवार तीन लाख का नुकसान हो गया। अब इस नुकसान की भरपाई तो नहीं ही होगी, गरीब परिवार को इसी तरह से इंसाफ से ही वंचित कर दिया गया । जिस पुलिस के लिए आदमी की मौत संवेदना नहीं जगाती उसके लिए सूअर की मौत क्या मायने रखेग। सुना की तर माल लेकर सब कुछ मैनेज कर लिया गया।  मतलब, सूअर ही नहीं मरी, हमारी संवेदनाएं भी मर गई।

01 जुलाई 2021

शतकीय पारी के बाद अच्छे दिन आने पर खुशी की लहर

अच्छे दिन आने के भरोसे को पूरा होने पर खुशी की लहर है। पेट्रोल सिंह ने हर बॉल को बाउंड्री के पार भेज कर जब शतक जड़ दिया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। डीजल डालमिया भी सलामी बल्लेबाज  जोड़ी का कर्तव्य निभाया और शतक के करीब पहुंचने की रेस में जी तोड़ मेहनत कर रहा है।



टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज को अच्छे दिन आने का भरोसा दिया गया था। टीम के कप्तान और उपकप्तान के सद-प्रयासों से इसमें सफलता भी मिल गई। धुआंधार बल्लेबाजी कर शतकीय पारी से खेलने वाली जोड़ी से जब इस संबंध में पूछा गया तो इस सवाल को करने वाले मीडिया कर्मी को देशद्रोही मानकर घूरते हुए उसने जवाब दिया। चेहरे पर कुटिलता भरी मुस्कान के साथ हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब कप्तान महोदय के दिशा निर्देश और प्रेरणा की वजह से ही संभव हो सका है। हम दोनों जब विपक्षी टीम के सदस्य थे तो परफॉर्मेंस काफी खराब था। पच्चास-साठ गेंद पर सत्तर रन पर आउट हो जाते थे। दुर्भाग्य से लोग 70-80 रन बनाने पर भी काफी हो हल्ला, उपद्रव, तोड़फोड़ करते थे। आज अच्छे दिन की निशानी है कि दर्शकों तक भक्तिमय माहौल बनाने के सद-प्रयासों के परिणामत: आज सभी जगह भक्तिमय वातावरण है। 
जयकारे गूंज रहे हैं।
जय भ्रता की। 
जय भाग्य विधाता की।

इस उपलब्धि को हासिल करने को लेकर दोनों को समारोह पूर्वक सम्मानित किया गया। राष्ट्रवाद के दिशा में किए गए इस पहल की सराहना की गई और दोनों को प्रखर राष्ट्रवादी का पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर टेस्ट खिलाड़ी करूआ साव को भी दोहरा शतक लगाने की शानदार उपलब्धि हासिल करने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बताया गया कि टीम के कोच, कप्तान, उप कप्तान के साथ-साथ इस उपलब्धि को हासिल करने में मैनेजिंग टीम के सदस्य अन्डानी-अन्जानी  गुरु घंटालों की देखरेख में कई अन्य खिलाड़ी भी रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धि हासिल करने की रेस में शामिल है। 

अपने संबोधन में कप्तान श्री ने कहा कि देश की सेहत और पर्यावरण के लिहाज से पेट्रोल सिंह की यह उपलब्धि एक राष्ट्रवादी कदम है। लोग साइकिल की सवारी करें। परंपरा और संस्कृति को अपनाते हुए बैलगाड़ी का उपयोग माल ढोने, यात्रा करने के लिए भी करना अपनी संस्कृति और धरोहर को सहेजने जैसा होगा। करूआ साव का उपयोग भी सेहत के लिए चिकित्सकीय सलाह के अनुसार नुकसानदायक होता है। अतः इसका प्रयोग ना के बराबर करना ही सही होगा और इस दिशा में हम लोगों का प्रयास काफी सराहनीय हैं। इति श्री। जय श्री राम। 

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