09 अगस्त 2010

पानी को लेकर दो गांवों कें बीच मारपीट, एक दर्जन जख्मी, पांच लोगों को बंधक बना कर पिटाई।



पानी के लिए युद्व की बात सुनी जाती थी पर पानी के लिए आज युद्व जैसा माहौल देखने को मिला और कल तक एक दूसरे के साथ रहने वाले लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए। बरबीघा थाना के मालदह और सर्वा गांव के लोग पानी के लिए आपस में लड़ बैठे और मामला इतना संवेदनशील हो गया कि सर्वा गांव के लोगों ने मालहद गांव के दो तथा मालदह गांव के लोगों ने सर्वा के तीन लोगों को बंधक बना कर जमकर पिटाई की तथा इस मामले में गोलीबारी किए जाने की भी अपुष्ट खबर बताई जाती है। घटना मालदह गांव के एक मात्र तलाब में पानी होने को लेकर घटी। बताया जाता है कि मालदह गांव ही सर्वा कें लोग जानवरों को पानी पिलाने तथा नहलाने के लिए लाते थे जिसका विरोध मालदह गांव के लोगों ने यह कहते हुए करना प्रारंभ कर दिया कि एक मात्र तलाब में पानी है और यह भी सूख जाएगा तो क्या करेगें। उधर सर्वा के लोगों के सामने में भी विकट समस्या यह थी कि भैंस को पानी पिलाना और उसे नहलाना आवश्यक है पर गांव के किसी भी तलाब में पानी नहीं है और मजबूरन लोग मालदह गांव ही जाकर जानवर को पानी पिलाते है और इसकी वजह से दोनों गांव के बीच मारपीट हो गई जिसमें एक दर्जन से अधिक लोगों जख्मी हो गए। 


जख्मी लोगों का इलाज बरबीघा रेफरल अस्पताल में किया जा रहा है। मामले को शान्त कराने में सर्वा कें बिनोद कुमार, मालदह के गोपाल कुमार एवं चुनचुन मुखीया लगे रहे।
मामले को लेकर देर शाम तक हंगामा होता रहा और पुलिस को मामला सुलझाने में काफी परेशानी उठानी पड़ी। मामले में जहां सर्वा कें लोगों ने मालदह के कारू सिंह एवं गोपाल कुमार को बंधक बना लिया वहीं मालदह के लोेगों ने जितेन्द्र कुमार, गिरधारी कुमार एवं भांसो यादव को बंधक बना कर बुरी तरह पिटाई कर दी। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामले को शान्त कराया गया। बाद में सर्वा कें लोगों ने दोनों बंधक को छोड़ दिया मगर मालदह गांव कें अमरकान्त सिंह जैसे ही गांव वालों कें कब्जे से तीन की जगह दो बंधक को ही मोटरसाईकिल पर बैठा कर लाए लोगों का गुस्सा उनके उपर फूट पड़ा और उनकी पिटाई करने लगे पर थानाध्यक्ष ने मामले का सम्भाला। बाद लापता भांसो यादव के मिलने के बाद मामले को सम्भाला गया। हलांकि मालदह गांव कें लोगों ने बताया कि सर्वा के लोगों के द्वारा बराबर राहगीरो के साथ मारपीट की जाती है पर मालदह का रास्ता होने की वजह से लोग चुप रह जाते है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें