#मीटू
अरुण साथी
स्थान पटना का मौर्यालोक। एक राजस्थानी नवयौवना युवती फुटपाथ पे है। वह राजस्थानी श्रृंगार के गहने बेच रही है।
तभी एक पड़ोसी फुटपाथी कंमेंट करता है।
"लेने के बदले नगर निगम वाला कितना रुपैया दिया!"
युवती सुन कर भी अनसुना करते हुए भाव शून्य चेहरे को ऊपर करती है। उसकी आँखों में गहरे काले काजल थे। शायद वह दुनिया की बुरी नजर में तप कर ही जवान हुई है।
उसके नजर उठाते ही फुटपाथी दुकानदार बात पलट देता है।
"नहीं कह रहा था कि नगर निगम वाला कितना पैसा लिया दुकान लगाने का..!!"
आसपास के सभी फुटपथियों के चेहरे पे वासनायुक्त मुस्कान थी पर युवती भाव शून्य चेहरा लिए सबको टुकुर टुकुर निहारती रही!
मैं सोंचने लगा, काश इसके पास भी फेसबुक, ट्वीटर और व्हाट्सएप होता तो यह भी मीटू लिखती..😢
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