कसाब को फांसी की सजा होनी चाहिए
पर क्या फांसी की सजा होने के बाद भी कांग्रेस की सरकार उसे फांसी पर लटकाएगी? या वोट बैंक की राजनीति के तहत मुसलमानों की नाराजगी के डर से कसाब को भी मेहमान बना कर तब तक रखा जाएगा जब तक कोई प्लेन का हायजेक करके कसाब को छोड़ने की मांग नहीं रखता? क्या मुसलमान भाई कसाब को फांसी दिए जाने से नराज हो जाएगें? कई सवाल है जो मन में कौंध रहा है पता नही इसका जबाब क्या होगा?
aapki baaton se poori tarah sehmat hun ...ye chhadm secularism ek din desh bech khayega...
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