19 मई 2010
कन्या विवाह योजना की राशि के लिए करनी पर रही चिरौरी, बिना नज़राना लिए नहीं दी जा रही राशि
कन्या विवाह योजना की राशि के लिए करनी पर रही चिरौरी, बिना नज़राना लिए नहीं दी जा रही राशि मुख्यमन्त्री कन्या विवाह योजना भले ही मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार की बहुप्रतिक्षित योजना हो पर यह योजना भी पदाधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई है और आलम यह है कि बिना नज़राने के इसकी राशि लाभुकों नहीं दी जा रही है। ऐसा ही एक मंजर देखने का आया जब बरबीघा प्रखण्ड में लगातार पांच दिनों से कन्या विवाह योजना की सौ से अधिक कन्याओं को राशि के लिए बुल तो लिया जाता है और नवविवाहित कन्याऐं राशि के लिए आ भी जाती है और दिन भर भुखी प्यासी चिलचिलाती धूप में राशि के लिए इन्तजार करती है और उन्हें शाम में बैरंग लौटा दिया जाता है। यह मंजर बरबीघा प्रखण्ड परिसर मे पिछले पांच दिनों से लौट रही है और उसकी फरीयाद सुनने वाला कोई नहीं है। इस संबध्ंा में जब प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने ने नाजीर के नहीं आने की बात कही तथा कहा कि सारा अधिकार उन्हीं के पास है जिसकी वजह से राशि का वितरण नहीं किया जा रहा है। इस सम्बंध में लाभुक रानी देवी ने बताया कि पिछले पांच दिनों से उसे कन्या विवाह योजना की राशि के लिए बुलाया जा रहा है और दिन भर बैठने के बाद उसे राशि नहीं दी जा रही है। कुछ नवविवाहितों ने बताया कि कुछ लोग उससे पहले पांच पांच सौ रूपया देने की बात कह रहे है तभी कन्या विवाह की राशि मिलेगी। बात चाहे जो भी हो पर 14 मई को लगे कन्या विवाह कैंप में चेक का वितरण नहीं किया गया और कन्या को बेवजह दौड़ाया जा रहा है जिसकी वजह से कई तरह की चर्चा हो रही है। इस सम्बंध में मौके पर मौजूद भाकपा नेता विरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रखण्ड में कई योजनाओं में नज़राने का बोल बाला तो पहले से था ही अब कन्याओं को भी नहीं बक्सा जा रहा है। उधर इस मामले में नपं अध्यक्ष विपिन चौधरी, बार्ड सदस्य उदय कुमार, मनोज कुमार सहित अन्य लोगों ने भी नारजगी जताते हुए कहा कि इस तरह की परेशानी होती रही तो वे लोग इसको लेकर अन्दोलन करेगें।
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