14 मई 2010

नितिन गडकारी का बयान अशोभनिय

भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष नितिन गडकारी का बयान जिसमें उन्होने लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव को कुत्ता कहा नििश्चत ही अशोभनिय है खास कर जिस पद पर वे हैं वहां से इस तरह की टिप्पणी उन्हें नही करनी चाहिए। इस तरह की टिप्पणी के लिए पहले लालू प्रसाद यादव जाने जाते थे और उनको हमेशा से इसी तरह की टिप्पणी के लिए जाना जाता था जिसका परिणाम है कि लालू जी को आज कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। भाजपा खुद को भारतीय संस्कृति की रक्षक पार्टी के रूप में पेश करती है तब भला उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष इस तरह के बयान देकर किस तरह की संस्कृति का नमूना पेश कर रहे है। गडकरी को लोग संध का चेहरा के रूप में भी जानते है पर संधी भी इस तरह गैर जिम्मेराना बयान दे सकते है यह गडकरी के रूप में सामने आया। गडकरी के इस वक्तव्य ने लालू यादव को बैठे बैठाए एक मुददा दे दिया जिसके सहारे लालू जी कई दिन अपनी डूब चुकी राजनीति को चमकाने का प्रयास करेगे। हलंाकि की गडकरी ने कट मोशन को लेकर लालू-मुलायम को उनका साथ नहीं दिए जाने को लेकर गुस्से में थे पर गडकरी को समझना चाहिए कि ये लोग कांग्रेस के साथ हमेशा रहें है और जनता भी इसको जानती है। मंहगाई को लेकर लालू-मुलायम भी उतने ही जिम्मेवार है जितना कांग्रेस आखिर पांच साल तक कांग्रेस को इन्हीं लोगों ने सत्ता में बनाए रखा इस बार भी कांग्रेस का ही साथ दिया। हलंाकि गडकरी ने इसके लिए माफी भी मांग ली है पर कहा भी गया है कि कमान से निकला तीर और मुंह से निकला बोली वापस नहीं आती, तो फिर अब देखिए लालू जी इसपर क्या लीला करते है।

1 टिप्पणी:

  1. बहुत ही सटीक टिपण्णी और उनको कुत्ता कहने के वजाय सबूतों और तथ्यों के आधार पर कुत्ता साबित करना चाहिए / सिर्फ कुत्ता किसी को कह देना ठीक बात नहीं /

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